Disney Hotstar Jiocinema Merger: किया Hotstar App अब नहीं दिखेगा इंडिया में? क्या है मामला  

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Disney Hotstar Jiocinema Merger: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) एक बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है, जो भारत के OTT (Over-the-Top) प्लेटफॉर्म्स की दुनिया में तहलका मचा सकता है। कंपनी की योजना है कि Disney+ Hotstar और JioCinema को मिलाकर एक ही प्लेटफॉर्म बना दिया जाए। इस कदम से एक मजबूत और बड़ा प्लेटफॉर्म बनेगा जो YouTube, Netflix, और Amazon Prime Video जैसे दिग्गजों को कड़ी टक्कर देगा।

Disney Hotstar Jiocinema Merger क्या है मामला

रिलायंस ने वॉल्ट डिज़नी के साथ एक डील की थी, जिसके तहत स्टार और वायकॉम18 का मर्जर कर एक बड़ी मीडिया कंपनी बनाई जाएगी, जिसकी कीमत $8.5 बिलियन (करीब ₹70,000 करोड़) से ज्यादा आंकी गई थी। इस नई कंपनी के पास 100 से अधिक टीवी चैनल्स और दो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स होंगे। लेकिन अब रिलायंस सिर्फ एक ही प्लेटफॉर्म रखना चाहता है यो है “JioCinema”।

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रिपोर्ट्स के मुताबिक, RIL का मानना है कि दो अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स को चलाना महंगा और कम प्रभावी हो सकता है। अगर JioCinema और Disney+ Hotstar को मर्ज कर दिया जाए, तो इससे लागत में कटौती होगी और एक बड़ा OTT प्लेटफॉर्म बनाया जा सकेगा जो भारत में सबसे ज्यादा यूजर्स को आकर्षित कर सकेगा।

Google Play Store के डेटा के अनुसार, Disney+ Hotstar के पास 500 मिलियन से अधिक डाउनलोड्स हैं, जबकि JioCinema के पास 100 मिलियन से अधिक डाउनलोड्स हैं। हालांकि, JioCinema की लोकप्रियता IPL के डिजिटल राइट्स मिलने के बाद काफी बढ़ी है। रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी की सालाना रिपोर्ट में बताया कि IPL के रिकॉर्ड तोड़ व्यूअरशिप ने JioCinema की क्षमता को साबित कर दिया है।

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अगर यह मर्जर हो जाता है, तो JioCinema सबसे बड़ा स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म बन जाएगा, जिसके पास 125,000 घंटों से अधिक का एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स और हॉलीवुड कंटेंट होगा। इसमें Disney, HBO, NBCUniversal और Paramount Global का कंटेंट भी शामिल होगा। इसके साथ ही IPL के डिजिटल राइट्स और अन्य महत्वपूर्ण स्पोर्ट्स राइट्स भी JioCinema के पास होंगे।

हालांकि, इस मर्जर को लेकर कुछ चुनौतियाँ भी हो सकती हैं। रिलायंस को इस मर्जर के लिए Competition Commission of India (CCI) और National Company Law Tribunal (NCLT) से मंजूरी लेनी होगी। CCI को चिंता है कि इस मर्जर से रिलायंस का मार्केट में दबदबा बहुत ज्यादा हो सकता है। इसलिए रिलायंस कुछ हिंदी और क्षेत्रीय चैनल्स को बंद करने के लिए भी तैयार है।

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